New Delhi (Namami Digital News Desk)
आर्यन ड्रग्स केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल चीफ समीर वानखेड़े ने शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में शाहरुख खान से हुई चैट पेश कीं। इसमें शाहरुख वानखेड़े से कह रहे हैं कि उनके बेटे को जेल में ना डाला जाए। समीर वानखेड़े ने अपने खिलाफ CBI एक्शन को लेकर हाईकोर्ट में याचिका लगाई है।
वानखेड़े ने 2 अक्टूबर 2021 को मुंबई से गोवा जा रहे कॉर्डेलिया क्रूज में रेव पार्टी की सूचना मिलने के बाद छापेमारी की थी। यहां से आर्यन खान की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद आर्यन 27 दिन तक आर्थर रोड जेल में थे। आर्यन के खिलाफ पुख्ता सबूत न मिलने की वजह से कोर्ट ने उन्हें 28 अक्टूबर को बेल दी गई और 30 को वो जेल से बाहर आए थे।
समीर ने याचिका में दावा किया- मेरे खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। मुझ पर पहले भी करप्शन के आरोप लगे थे। तब भी सबूत नहीं मिला था। CBI को भी सबूत नहीं मिलेगा। CBI का आरोप है कि समीर ने आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपए मांगे।
कोर्ट ने शुक्रवार की सुनवाई के बाद समीर वानखेड़े को सोमवार, 22 मई तक राहत दी है। कोर्ट इस दिन अगली सुनवाई करेगी। इधर, CBI ने शनिवार सुबह 11 बजे एक बार फिर वानखेड़े को पूछताछ के लिए बुलाया है।
आगे पढ़िए शाहरुख और समीर की चैट
समीर वानखेड़े का दावा- शाहरुख खान ने 3 अक्टूबर 2021 को किया था पहला मैसेज… पूरी बातचीत
शाहरुख- समीर साहब, क्या मैं आपसे कुछ मिनटों के लिए बात कर सकता हूं। मैं जानता हूं कि ये कानूनी तौर पर सही नहीं है, लेकिन एक पिता के रूप में मैं आपसे बात करना चाहता हूं। आपने जो जानकारी मुझे दी, उसके लिए मैं आपको जितना शुक्रिया कहूं उतना कम है। मैं आशा करता हूं कि वो (आर्यन) एक ऐसा व्यक्ति बने, जिस पर आपको और मुझे हम दोनों को फख्र हो।
समीर- एक पिता होने के नाते आपसी स्थिति समझता हूं। आप चिंता मत करिए, सब कुछ अच्छा होगा।
शाहरुख- प्लीज मेरे बेटे को घर भेज दो। एक पिता होने के नाते मैं आपसे अनुरोध करता हूं।
समीर- डियर शाहरुख, काश मैं आपको दोस्त बनकर इस सिचुएशन के बारे में समझा पाता, ना कि एक जोनल डायरेक्टर के रूप में।
शाहरुख- प्लीज मेरे बेटे को घर भेज दो। एक पिता होने के नाते मैं आपसे अनुरोध करता हूं। ये एक पिता से पिता की रिक्वेस्ट है। मैं अपने बच्चों से उतना ही प्यार करता हूं, जितना आप अपने बच्चों से करते हैं। समीर, प्लीज मेरा विश्वास मत तोड़ना। वरना मेरा आपसे और सिस्टम से विश्वास उठ जाएगा।
शाहरुख- प्लीज मेरे से एक बार बात कर लो। मैं आपसे एक पिता होने के नाते बात करूंगा। कानून के दायरे में होते हुए आप मेरी मदद कर सकते हैं। मैं हमेशा आपका ऋणी रहूंगा। परिवार के लोग उसे किसी भी कीमत पर घर लाना चाहते हैं।
समीर- शाहरुख, काश मैं आपसे एक दोस्त की तरह बात कर सकता और पूरे मामले को समझा सकता। मैं चाहता हूं कि उस बच्चे (आर्यन) को एक अच्छा माहौल देना, उसके हित के लिए सोचना, लेकिन कुछ बेकार लोग अपने स्वार्थ के चक्कर में काम खराब करने में लगे हैं।
शाहरुख – मैं वादा करता हूं कि आपसे साथ हमेशा खड़ा रहूंगा। बस मेरे बेटे और मेरी फैमिली पर थोड़ा एहसान करो। हम बेहद साधारण लोग हैं, मैं मानता हूं कि मेरा बेटा थोड़ा अलग मिजाज का है, लेकिन वो एक अपराधी की तरह जेल में रहना तो बिल्कुल डिजर्व नहीं करता है। प्लीज अपना दिल थोड़ा बड़ा करो।
आप उन लोगों की बातों में आकर मेरे बेटे का नुकसान मत कीजिए। मैं नहीं चाहता कि आप उसे ऐसी स्थिति में डाल दें कि जहां से उसका निकलना मुश्किल हो जाए। मैंने ऐसा कुछ नहीं किया, जिससे आप मेरे बेटे की सुधरने में मदद ना करो। मैं मीडिया के पास नहीं गया। मैंने कोई बयान नहीं दिया। मैंने बस आपकी अच्छाई में भरोसा किया।
समीर- डियर शाहरुख ये सब देख कर मेरा भी दिल दुख रहा है। हमारे साइड से भी कोई खुश नहीं है। आप अपना ध्यान रखिए।