New Delhi (Namami Digital News Desk)
एक बात, सच्ची बात, मन की बात…!
श्री वैष्णो सेवा मंडल चैरिटेबल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश अग्रवाल का संदेश-

हमें आप सभी को एक बात बड़ी सच्चाई के साथ बतानी है जी!
मात भवानी श्री दुर्गा जी
अपनी सेवा में किसी को लेती ही नहीं, अर्थात किसी की सेवा स्वीकार करती ही नहीं, बल्कि
जैसा कि हमें भ्रम होता हैं, कि हम मां की सेवा कर रहे हैं।
सच्चाई तो यह हैं जी! मां का कार्य मां अपने आप जिससे चाहती हैं, केवल उसी से ही कराती हैं।
हम तो वास्तव में बहुत धन्य हैं, और मां के बड़े आभारी हैं, जो हम एक तिनके के समान मां की सच्ची सेवा से मां को प्रसन्न एवं रिझाने के लिए मां का
भव्य दरबार, मनभावन श्रृंगार, भक्तिमय भजन गुणगान, अखंड ज्योति, भोग प्रसाद, एवं भण्डारा
वितरण आदि पूर्ण निष्ठा, सच्चे मन से एवं लगन से करते हैं और निरंतर कर पा रहे हैं।
सच में
मात भवानी श्री दुर्गा जी
की हम पर बड़ी और असीम अनुकंपा हैं।
इसीलिए हमारे द्वारा
माता श्री वैष्णों देवी जी
के नाम से बनाया एवं चलाया जा रहा
श्री वैष्णों सेवा मण्डल चैरिटेबल ट्रस्ट (रजि.)
दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करते हुए हमारे सभी कार्य राज़ी खुशी सफल एवं संपन्न होते आ रहे हैं।
इसकी हमें बहुत ज्यादा खुशी है। हम इस ट्रस्ट परिवार में जुड़े अपने सभी सदस्यों, साथियों और एक कण भर का भी सहयोग प्रदान करने पर सभी धर्म प्रेमियों मां के भक्तों का ह्रदय की गहराईयों से बहुत-बहुत धन्यवाद और बड़ा आभार प्रकट करते हैं।
पता नहीं किस किस की नेक कमाई, सच्ची सेवा, निष्ठा एवं प्रेम भाव से मां हमसे प्रसन्न होकर अपनी मेहर हम सब पर बरसा रही हैं।
एक बात और भी आप सभी जानें कि सारी दुनिया में मां से बड़ा कोई न हैं, और ना कोई हो सकता।
जन्म जन्मांतर तक मां का कर्ज हम आप या कोई भी कभी उतार नहीं सकता।
आप और हम तो बस खुश हैं, और इसी खुशी में फूलें नहीं समाते हैं कि मां ने हमें अपनी सेवा में ले रखा हैं।
क्योंकि मां की मर्जी और कृपा के बिना तो कभी भी कुछ भी हो ही नहीं सकता और यह भी बिल्कुल सच है कि हमारी जगत जननी मां बड़ी भोली और बहुत दयालु हैं।
और केवल एक मां ही ऐसी हैं, जोकि अपने बच्चों की सभी भूल एवं बड़ी से बड़ी ग़लतियों को भी एक पल में माफ़ कर देती हैं।

सबसे बड़ी बात यह है जी! मां तो अपने बच्चों को कभी भी किसी भी हाल में दुःखी होते हुए देख ही नहीं सकती।
मेरा एक निवेदन आप सभी से यह हैं कि यदि आप मां की सच्ची सेवा में अपना कितना भी सहयोग और सेवा प्रदान कर रहें हैं, परन्तु आप के मन में मां के प्रति सच्ची श्रृद्धा, भाव, निष्ठा एवं लगन नहीं हैं तो कृपया आप कदाचित भी मां के इस दुर्लभ सेवा कार्य में ना लगे, ना जुड़े, और ना ही किसी प्रकार का अपना अंश और श्रम दान करें, बिल्कुल भी नहीं करें। धन्यवाद
चलिए अब सब छोड़ो और एक बार बड़े ही प्रेम भाव और सच्चे मन से कह दीजिए…
।। जय माता की ।।
मां हमारी सभी छोटी बड़ी भूल एवं गलतियों को संवारें और अपनी दया एवं अपार कृपा हम सभी पर सदैव न्यौछावर करती रहें।
ऐसी कामना करते हुए हम सदा यहीं कहें : –
मैया जी आप की कृपा से हम राज़ी खुशी रहते हैं…
🙏😊🙏
निवेदक
श्री मां जी
की सेवा में आपका
सतीश अग्रवाल
प्रधान
श्री वैष्णों सेवा मण्डल चैरिटेबल ट्रस्ट (रजि.)