Namami Digital News (Desk)
AAP MLA Rajendra Pal Resignation: आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम (Rajendra Pal Gautam) ने आज नाटकीय ढंग से इस्तीफा दे दिया है.
उन्होंने लिखा- मैं राजेंद्र पाल गौतम एक सच्चा देशभक्त एवं मन व हृदय से अंबेडकरवादी हूं. तथागत बुद्ध की प्रज्ञा, करुणा, शील, मैत्री एवं अष्टांगिक मार्ग जो जीवन के आदर्शों, मूल्यों व मानव कल्याण की भावना से ओतप्रोत है. हमें सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाणी एवं सम्यक कर्म की ओर ले जाता है. यह मार्ग जीवन के आदर्शों का मार्ग है. पिछले कुछ वर्षों से मैं लगातार देख रहा हूं कि मेरे समाज की बहन-बेटियों की इज्जत लूट कर उनका कत्ल किया जा रहा है, कहीं मूंछ रखने पर हत्या हो रही हैं, कहीं-कहीं मंदिर में प्रवेश करने पर और मूर्ति छूने पर अपमान की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं. यहां तक कि पानी का घड़ा छू लेने पर बच्चों तक की दर्दनाक हत्याएं की जा रही हैं. घोड़ी पर रात तक बरात निकालने पर घृणास्पद हमला कर जान तक ली जा रही है. ऐसी जातिगत भेदभाव की घटनाओं से मेरा हृदय हर दिन छलनी होता है.
उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह एक ‘धर्मांतरण कार्यक्रम’ में शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम को लेकर राजधानी में सियासी बवाल मचा हुआ है. राजेंद्र पाल की इस क्रार्यक्रम में मौजूदगी और भगवान पर दिए कथित बयान की भाजपा ने आलोचना की थी. कहा जा रहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी राजेंद्र पाल से नाराज चल रहे थे.
अम्बेडकर की 22 प्रतिज्ञाओं से भाजपा को आपत्ति
समाज कल्याण मंत्री बाबासाहेब द्वारा दिलाई गई वह 22 प्रतिज्ञाएं, जिन्हें भाजपा सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, थावर चंद गहलोत ने Dr Babasaheb Ambedkar: Writings and Speeches, Vol-17 में भी छपवाया था. बाबासाहेब द्वारा दिलाई गई वह 22 प्रतिज्ञाएं हर वर्ष देश के कोने-कोने में हजारों स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में करोड़ों लोगों द्वारा दोहराई जाती हैं. भाजपा को बाबा साहेब एवं उनके द्वारा दिलाई गई इन 22 प्रतिज्ञाओं से आपत्ति है, जिसका इस्तेमाल करके भाजपा गंदी राजनीति कर रही है और इससे आहत होकर मैं अपने मंत्री पद से त्यागपत्र दे रहा हूं.
जान से मारने की धमकी
मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से नेता अरविंद केजरीवाल जी और मेरी पार्टी पर किसी तरह की आंच आए. मैं पार्टी का एक सच्चा सिपाही होने के नाते तथागत बुद्ध और बाबा साहेब द्वारा दिखाए गए न्याय संगत एवं समता मूलक संवैधानिक मूल्यों का आजीवन निर्वाह करूंगा. मैं अपनी बहन-बेटियों और समाज के लोगों की हक और अधिकार की लड़ाई को पूरे जीवन बेहद मजबूती के साथ लडूंगा.
कुछ मनुवादी मानसिकता के लोग सोशल मीडिया व फोन पर मुझे, मेरे परिवार व मेरे साथियों को जानमाल का नुकसान पहुँचाने की धमकी दे रहे है, लेकिन मैं इन सबसे डरने वाला नहीं हूं. मैं अपने समाज के हक व अधिकार की लड़ाई को बेहद हिम्मत, ईमानदारी एवं मजबूती के साथ लडूंगा। समाज के हक की इस लड़ाई में यदि मुझे अपनी कुर्बानी ही क्यों न देनी पड़े, लेकिन मैं इस लड़ाई को रुकने नहीं दूंगा.
धर्मांतरण कार्यक्रम के वीडियो पर बवाल
शपथ में कहा गया.. मुझे ब्रह्मा, विष्णु और महेश में कोई विश्वास नहीं होगा, न ही मैं उनकी भगवान के रूप में पूजा करूंगा. मुझे राम या कृष्ण में कोई आस्था नहीं होगी और न ही मैं उनकी पूजा करूंगा. मुझे गौरी, गणपति और अन्य हिंदू देवताओं में कोई विश्वास नहीं होगा और न ही मैं उनकी पूजा करूंगा. बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम को शपथ लेते भी देखा गया.
इस वीडियो को लेकर दावा किया गया था कि कार्यक्रम में शामिल सभी लोग हिंदू देवी-देवताओं की पूजा छोड़ने का संकल्प ले रहे थे. कार्यक्रम में मौजूद हजारों लोगों ने भगवान बुद्ध के बताए रास्तों का अनुसरण करने का संकल्प लिया. जिसके बाद भाजपा ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए AAP विधायक राजेंद्र पाल गौतम को बर्खास्त करने की मांग की थी. अरविंद केजरीवाल भी राजेंद्र पाल से नाराज बताए जा रहे थे.
इस्तीफा देने के बाद राजेंद्र पाल ने क्या कहा?
राजेंद्र पाल गौतम ने अपना इस्तीफा सौंपने के बाद कहा कि ऐसा मुद्दा देश के कई करोड़ लोगों द्वारा दोहराई जाने वाली शपथों से बना है. भाजपा ने इसे एक मुद्दा बना दिया है, मेरा और मेरी पार्टी का अपमान करने की कोशिश कर रही है. शुक्रवार शाम को एक बयान में गौतम ने कहा था कि उन्होंने किसी के विश्वास के खिलाफ नहीं बोला, और भाजपा पर दुष्प्रचार का आरोप लगाया. बुधवार को गौतम झंडेवालान के अंबेडकर भवन में अशोक विजयादशमी समारोह में शामिल हुए थे, जहां 10,000 लोगों को बौद्ध धर्म ग्रहण करना था.
AAP में अहम जिम्मेदारियां थी राजेंद्र पाल के पास
केजरीवाल सरकार में राजेंद्र पाल गौतम के पास कई अहम मंत्रालय थे. जल, पर्यटन, संस्कृति, कला एवं भाषा मंत्रालय की जिम्मेदारी राजेंद्र पाल के पास थी. इतना ही नहीं उन्हें सोशल वेलफेयर, एससी-एसटी, सहकारिता और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उन्होंने सीमापुरी विधानसभा सीट से AAP के लिए जीत हासिल की थी.